परम पूज्य शैलेन्द्र पटेल के बङे भाई संदीप पटेल जी, मेरे घर धमकाने गये थे, जबकि उन्हे सब कुछ पता है, शैलेन्द्र की क्या गलती थी, जो मै नाराज हु। ये महोदय मेरे घर, डराने धमकाने गये, पहले मै इनकी इज्जत ही करती थी, पर कुछ लोग इज्जत के लायक नही होते है, और जब मैने पुलिस complain कर दी, ये इतने बेशर्म की फोन भी नही उठाया और दूसरे पुलिस स्टेशन पहुच गये, मेरी शिकायत करने की मै मैसेज करती हु, वाह रे दुनिया, तुम मेरे घर धमकी देकर आ जाओ, और मै मैसेज करू, तो शिकायत कर दो, ये बेशर्म परिवार, सब कुछ कर लेगा, बस मुझे जवाब नही देगा, भले पुलिस वाले इनको लात मार कर भगा दे, पहचान वाले सवाल पुछ ले, पुरी दुनिया थुके इन पर, पर वो कहावत है न, सबसे बङा रूप्पैय्या , जब तक शैलेन्द्र पटेल कमा रहा है, भाई साहब यही करेगे। ये आदमी तो इतना बङा बेशर्म है, कि मै इसके पहचान वाले के साथ ही थी, जब ये उससे लङ रहा था, कि कोई पुलिस कम्प्लेन नही हुई है। अगर आप रीवा से हो, सावधान हो जाओ इस परिवार से, ये लोग तो historysheeter से भी गये गुजरे है, जिन लोगो को यकीन न हो, रीवा के समान थाने मे पता कर सकता है, ...